अफगानिस्तान पर किसका शासन हो, इसे न किया जाए नजरअंदाज
मॉस्को
अफगानिस्तान में बढ़ती हिंसा पर चिंता जताते हुए भारत ने शुक्रवार को कहा कि युद्धग्रस्त देश में किसे शासन करना चाहिए, यह ‘वैध पहलू’ महत्वपूर्ण है और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। साथ ही उसने अफगानिस्तान में हिंसा में तत्काल कमी लाने का आह्वान किया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रूस के अपने समकक्ष सर्गेइ लावरोव के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘निश्चित तौर पर हम अफगानिस्तान में घटनाओं से चिंतित हैं।’
उनकी यह टिप्पणी तब आयी है जब 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के मद्देनजर हाल के हफ्तों में तालिबानियों ने दर्जनों जिलों पर कब्जा जमाया और ऐसा माना जा रहा है कि देश के एक तिहाई हिस्से पर उसका नियंत्रण है।