टैरिफ के बाद अब अमेरिका वर्क वीजा, स्टूडेंट वीजा और ग्रीन कार्ड पर भी सख्ती दिखाने लगा
टैरिफ के बाद अब अमेरिका वर्क वीजा, स्टूडेंट वीजा और ग्रीन कार्ड पर भी सख्ती दिखाने लगा है। सरकार ने नए नियम लाने की तैयारी की है, जिनके तहत विदेशी छात्रों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में आने वाले लोगों और विदेशी पत्रकारों की वीजा अवधि कम की जाएगी।
अभी तक इन लोगों को जरूरत के हिसाब से अमेरिका में रहने की इजाजत थी। लेकिन नए नियम के मुताबिक, विदेशी छात्र और सांस्कृतिक मेहमानों को 4 साल तक का वीजा मिलेगा। विदेशी पत्रकारों को 240 दिन का वीजा मिलेगा।
ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि इससे वीजा धारकों की निगरानी आसान होगी और दुरुपयोग पर रोक लगेगी। लेकिन इस फैसले का सीधा असर भारतीय आईटी कंपनियों और अमेरिका में पढ़ने व काम करने वाले भारतीयों पर पड़ सकता है।
इस बीच अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक और फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डिसेंटिस ने H-1B वीजा को ‘घोटाला’ बताया है। डिसेंटिस का कहना है कि इस वीजा का सबसे ज्यादा फायदा भारत के लोगों को मिल रहा है।