नासा का मिशन क्रू-10, सुनीता विलियम्स और उनके साथियों को 13 मार्च को पृथ्वी पर लाएगा

नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के बाद आखिरकार पृथ्वी पर लौटने की तैयारी कर रहे हैं। उनका मिशन सिर्फ दस दिनों तक चलने वाला था, लेकिन बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं के कारण उनका मिशन लगभग दस महीने तक खिंच गया।

अब, वे स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल में सवार होकर वापस यात्रा करेंगे, और बताया जा रहा है वो अगले हफ्ते तक धरती पर वापसी कर सकते हैं।

क्रू-10 मिशन और ट्रांजिशन प्लान

  • उनकी वापसी एक क्रू ट्रांजिशन का हिस्सा है।
  • क्रू-10 मिशन जिसमें नासा के अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, JAXA अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी और रोस्कोस्मोस कॉस्मोनॉट किरिल पेसकोव शामिल हैं।
  • नासा का क्रू-10 मिशन 13 मार्च को सुबह 5:18 बजे IST पर लॉन्च होने के लिए तैयार है। यह टीम क्रू-9 को राहत देगी, जिससे विलियम्स और विल्मोर वापस लौट सकेंगे।
  • एक बार जब क्रू-10 आ जाता है और प्रोसेस शुरू हो जाता है, जिसमें एक हफ्ते तक का समय लग सकता है तो विलियम्स और विल्मोर क्रू ड्रैगन फ्रीडम अंतरिक्ष यान में सवार हो जाएंगे।
  • ISS से उनका प्रस्थान अस्थायी रूप से 16 मार्च को शाम 6:30 बजे IST पर निर्धारित किया गया है, लेकिन मौसम की स्थिति के आधार पर समय में थोड़ा बदलाव हो सकता है।

धरती की ग्रैविटी बन सकती चैलेंज
माइक्रोग्रैविटी में लगभग दस महीने बिताने से उनके शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ा है। नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री लेरॉय चियाओ ने बताया कि अंतरिक्ष यात्री वापस लौटने पर बच्चों के पैरों जैसा अनुभव करते हैं, क्योंकि स्पेस में पैरों के कॉलस खत्म हो जाते हैं।

चियाओ ने कहा, ‘आप मूल रूप से अपनी त्वचा का मोटा हिस्सा खो देते हैं।’ इसके अलावा, अंतरिक्ष यात्री अक्सर चक्कर आना और मतली से जूझते हैं।

पूर्व अंतरिक्ष यात्री ने बताई दास्तां
एक अन्य पूर्व अंतरिक्ष यात्री टेरी वर्ट्स ने इसे चक्कर आना जैसा बताया। शरीर को धरती के गुरुत्वाकर्षण के साथ तालमेल बिठाने में हफ्तों का समय लगता है। विलियम्स और विल्मोर को घर वापस लाने में देरी ने राजनीतिक बहस को भी जन्म दिया।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने बाइडन प्रशासन की आलोचना करते हुए तर्क दिया कि नासा ने स्थिति को हल करने के लिए पर्याप्त तेजी से कार्रवाई नहीं की। हालांकि, नासा ने कहा कि सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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