उग्रवादी संगठन उल्फा ने डाले हथियार, ULFA और केंद्र सरकार के बीच हुआ समझौता
पूर्वोत्तर में शांति प्रयास की दिशा में मोदी सरकार की बड़ी कामयाबी मिली है। 40 साल में पहली बार सशस्त्र उग्रवादी संगठन उल्फा ने भारत और असम सरकार के साथ त्रिपक्षीय शांति समाधान समझौते पर साइन किए है। इसके साथ ही असम के इतिहास में एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है। शांति समझौते के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और उल्फा के अरबिंद राजखोवा नीत वार्ता समर्थक गुट के एक दर्जन से ज्यादा शीर्ष नेता मौदूर रहे। इसके साथ ही पूर्वोत्तर के राज्यों में दशकों पुराने उग्रवाद का अंत हो गया है। अमित शाह ने पूर्वोत्तर में शांति और स्थिरता लाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को श्रेय दिया। पूर्वोत्तर में सशस्त्र उग्रवादी संगठनों से इस साल भारत सरकार का यह चौथा बड़ा समझौता है।