दिल्ली विश्वविद्यालय अध्यक्ष सहित तीन पदों पर अभाविप का कब्जा
दिल्ली विश्वविद्यालय को तीन साल बाद नया छात्रसंघ मिल गया है। इस चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एक बार फिर से अपना परचम लहराया है। वहीं एनएसयूआई ने भी अपने खाते में उपाध्यक्ष को डाल लिया है। इसके साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय में जश्न का माहौल शुरू हो गया है। दिल्ली पुलिस ने पूरे इलाके की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रखी है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भाजपा समर्थित छात्र संगठन है। एनएसयूआई का सीधा संबंध कांग्रेस से है।
इससे पहले 2019 में हुए दिल्ली छात्रसंघ के चुनाव में भी तीन पदों पर विद्यार्थी परिषद ने कब्जा जमाया था। तीन साल तक कोरोना के कारण चुनाव नहीं हो पाया था। छात्रसंघ मुख्य चुनाव अधिकारी चंद्रशेखर ने बताया कि इस चुनाव में 42 फीसदी मतदान हुआ था जबकि 2019 में यह 39.9 फीसदी ही था। करीब एक लाख छात्र वोट डालने के पात्र थे। इसमें से करीब 42 हजार ने ही वोट डाला।