शिवाजी का बाघ नख लौटाएगा ब्रिटेन
तारीख 10 नवंबर 1659। जगह महाराष्ट्र के सतारा का प्रतापगढ़ किला। छत्रपति शिवाजी महाराज सैनिकों के साथ किले में बैठकर अफजल खान का इंतजार कर रहे थे। अफजल खान बीजापुर की आदिल शाही हुकूमत का बेहतरीन योद्धा था। किले में दाखिल होते ही उसने शिवाजी को गले लगा लिया। शिवाजी कुछ समझते तभी अफजल खान ने कटार से उनपर हमला कर दिया।
शिवाजी ने अफजल खान की कमर को जकड़ा और पेट में ‘बाघ नख’ घुसा दिया। वहीं दाहिने हाथ से अफजल पर बिछुवे से हमला किया। शिवाजी का प्रहार इतना तेज था की अफजल खान की मौत हो गई। बाद में इस बाघ नख को अंग्रेज अफसर भारत से इंग्लैंड लेकर चले गए।
अब महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुंगंतीवार ने इसी बाघ नख की वापसी का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि हम छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। ऐसे में इस बाघ नख को देश के शिवभक्तों को देखने का मौका मिलना चाहिए। हम 3 अक्टूबर को ब्रिटेन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे और ‘बाघ नख’ वापस लाएंगे।