कच्चे तेल के दामों में गिरावट जारी:मांग घटने से 3 माह में 20% घटे क्रूड के दाम,
कृषि जिंसों और मेटल के बाद अब एनर्जी मार्केट में भी गिरावट शुरू हो गई है। मार्च से अब तक कच्चा तेल करीब 20% सस्ता होकर 100 डॉलर के आसपास आ गया है। इससे न केवल पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने की संभावना है, बल्कि विमान यात्रा से लेकर, पेंट, कपड़े और सीमेंट तक सस्ते हो सकते हैं। चीन के बड़े इलाकों में कोविड के नए वैरिएंट का संक्रमण फैलने के बाद लगी पाबंदियों की वजह से क्रूड की मांग कमजोर पड़ने की आशंका के चलते यह गिरावट आ रही है।
क्रूड के भाव गिरने से 6 सेक्टरों को बड़ी राहत
विमानन: विमानन कंपनियों को सबसे ज्यादा (करीब 40%) खर्च विमान ईंधन एटीएफ पर करना होता है। 2022 की शुरुआत से अब तक इसकी कीमत 72,000 रुपए से 71% बढ़कर 1.23 लाख रुपए प्रति किलो लीटर हो गई है। क्रूड के भाव घटने से एटीएफ के दाम घट सकते हैं।
पेंट इंडस्ट्री: पेंट की मैन्युफैक्चरिंग में 300 से ज्यादा कच्चे माल की जरूरत होती है। इसमें ज्यादातर पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स होते हैं। कच्चे तेल के दाम कम होने से पेंट कंपनियों के लिए कच्चे माल की लागत कम हो सकती है। इससे कीमत घटेगी और मांग बढ़ेगी।
पेट्रोकेमिकल्स: मैकेंजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्रूड के दाम 50% घटने से कच्चे माल पर पेट्रोकेमिकल्स इंडस्ट्री के खर्च में करीब 50% गिरावट आती है। इसका मतलब है कि बीते तीन महीनों में इंडस्ट्री की इनपुट लागत 20% कम हो गई है।