RCB के रजत पाटीदार को कैसे याद आई अपनी ताकत
आईपीएल एलिमिनेटर के बाद क्रिकेट फैंस के बीच सिर्फ एक ही नाम की चर्चा है- रजत पाटीदार (Rajat Patidar)। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) के इस बल्लेबाज ने लखनऊ के खिलाफ 112 रनों की नाबाद पारी खेली। उनकी इस पारी की वजह से टीम क्वालिफायर-2 में पहुंच गई है। 54 गेंदों की अपनी पारी में पाटीदार ने 12 चौके और 7 छक्के लगाकर अपनी टीम को 207 रन तक पहुंचा दिया। लेकिन करियर की शुरुआत में रजत पाटीदार को बल्लेबाज बनना ही नहीं था। वह तो गेंदबाज के रूप में खुद को देखते थे।
अंडर-15 के बाद बल्लेबाजी पर फोकस
28 साल के रजत पाटीदार ने गेंदबाज के रूप में करियर की शुरुआत की थी। अंडर-15 के बाद उन्होंने बल्लेबाजी पर फोकस किया। 2014 में फुटबॉल खेलते समय घुटने में चोट लगने के बाद उन्हें सर्जरी भी करानी पड़ी थी। वह 8 महीने मैदान से दूर रहे लेकिन इसके बाद सब कुछ बदल गया। सर्जरी के बाद वह एक अलग खिलाड़ी के रूप में वापस आए जो कुछ बड़ा हासिल करना चाहत था। बल्लेबाजी की टेक्निक को और बेहतर करने के लिए पाटीदार ने पूर्व भारतीय बल्लेबाज अमय खुरासिया से ट्रेनिंग ली। इसके बाद सब कुछ बदल गया।