विकास का मास्टर प्लान तैयार:रायपुर नगर निगम एरिया में लगे हुए 65 गांवों को किया जाएगा शामिल
रायपुर शहर के विकास के लिए बनाया जा रहा मास्टर प्लान लगभग एक साल लेट हो गया है। देरी के कारण दस साल के लिए बनाए जाने वाले मास्टर प्लान को इस बार 20 साल के लिए तैयार किया जा रहा है। इस मास्टर प्लान की खास बात यह रहेगी कि रायपुर नगर निगम एरिया में लगे हुए 65 गांवों को शामिल कर लिया जाएगा।
गांवों को निगम सीमा में लाने की प्रक्रिया चरणों में होगी। पहले चरण में नगरीय प्रशासन विभाग 10 गांवों को रायपुर नगर निगम सीमा में लाने की तैयारी कर चुका है। इनमें पुरानी और नई धमतरी रोड के गांव अधिक हैं।
दरअसल राजधानी के आसपास के गांवों का शहर की तरह विकास करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। पिछली बार 41 गांवों को इस प्लान में शामिल किया गया था। नगर एवं ग्राम निवेश ने जिन 65 गांवों को प्लानिंग एरिया में शामिल किया गया है वहां अभी बिना अनुमति बड़े निर्माण पर रोक लगी हुई है। अफसरों का कहना है कि प्लानिंग एरिया में शामिल गांवों में किसी भी तरह के निर्माण के लिए नगर एवं ग्राम निवेश की अनुमति आवश्यक है। ग्राम पंचायतों को अनुमति का अधिकार नहीं है।
शहर से लगे धरसींवा, नए तथा पुराने धमतरी रोड, मंदिर हसौद व दोंदेकला तक आने वाले सभी गांवों में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की अनुमति के बगैर किसी भी प्रकार के निर्माण पर पहले से ही रोक लगी हुई है। इसी तरह सेजबहार, डूंडा, मुजगहन, दतरेंगा, खिलोरा तक कई बड़े रेसिडेंसियल और कमर्शियल प्रोजेक्च लांच किए जा चुके हैं। अफसरों के मुताबिक नवा रायपुर के अधिकांश गांवों को 2041 के मास्टर प्लान में शामिल किया गया है।