ऋषभ पंत ऐसे कैसे बन पाओगे टीम इंडिया के कप्तान
लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ गुरुवार रात मैच हारने के बाद ऋषभ पंत का कहना था कि उनकी बैटिंग यूनिट पूरी तरह फ्लॉप रही और ओस ने भी गेंदबाजों का काम खराब किया। मगर सच तो यह है कि ऋषभ पंत की घटिया कप्तानी भी दिल्ली कैपिटल्स की हार की अहम वजह बनी। ऋषभ पंत में टीम इंडिया का अगला कप्तान देखा जाता है, लेकिन अगर यह विकेटकीपर बल्लेबाज ऐसी ही गलतियां करता रहा तो, शायद ही उन्हें बोर्ड कभी इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपे।
स्पिनर्स का सही इस्तेमाल नहीं कर पाए
ऋषभ पंत बतौर कप्तान बुरी तरह फेल रहे। वह पार्ट टाइम स्पिनर्स पर भरोसा जताते रहे, ललित यादव को पूरे चार ओवर्स फेंकवा दिए जबकि अक्षर पटेल जैसा विकेट टेकर स्पिनर अपनी बारी का इंतजार करता रह गया। अक्षर पटेल ने दो ओवर्स में सिर्फ 11 रन ही दिए। कुलदीप यादव को भी सिर्फ तभी अटैक लगाया गया, जब एनरिक नॉर्टजे नो बॉल के कारण आक्रमण से बाहर हुए। दक्षिण अफ्रीका पेसर इस सीजन कल रात अपना पहला मैच खेल रहे थे, कमर से ऊपर दो नो बॉल फेंकने के बाद अटैक से हटाए गए नॉर्ट्जे ने 2.2 ओवर में 35 रन लुटा दिए।
बैटिंग ऑर्डर पर भी सवालिया निशान
डीसी ने मैच में शानदार शुरुआत की और सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने 34 गेंदों में 61 रनों की पारी खेली। शॉ के आउट होने के बाद, दिल्ली ने बड़े हिट की तलाश में कैरेबियाई प्लेयर रोवमैन पॉवेल को नंबर 3 पर प्रमोट किया। वह तीन रन पर आउट हो गए, यही से लखनऊ सुपरजायंट्स ने मैच में वापसी की। ऋषभ पंत को कप्तानी की इन छोटी-छोटी ट्रिक्स को समझना होगा। पॉवेल एक पावर हिटर हैं जबकि नंबर तीन की पोजिशन का काम एंकर का होता है, जो छोर संभालकर रनगति बढ़ाए।