और सस्ते हुए सरसों समेत खाने के ये तेल
वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को सरसों (mustard oil price), मूंगफली, सोयाबीन, बिनौला, सीपीओ और पामोलीन सहित लगभग सभी तेल (Edible Oil Price) तिलहनों के भाव में हानि दर्ज हुई। बाकी तेल-तिलहनों के भाव पूर्ववत रहे। बाजार सूत्रों ने बताया कि मलेशिया एक्सचेंज शुक्रवार को 5.25 प्रतिशत टूटा था जबकि शिकागो एक्सचेंज में शुक्रवार रात को 3.50 प्रतिशत की गिरावट थी। विदेशों में इस गिरावट का असर स्थानीय तेल-तिलहन कारोबार पर भी दिखा और भाव हानि के साथ बंद हुए। तेल तिलहन बाजार में शनिवार को कामकाज का स्तर नगण्य है।
सूत्रों ने कहा कि मंडियों में सरसों की आवक पिछले कुछेक दिनों से काफी कम हो रही है जो कुछ ही दिन पहले 14-15 लाख बोरी की हो रही थी। शनिवार को मंडियों में सरसों की आवक 6-6.5 लाख बोरी ही रह गई। सूत्रों ने कहा कि सरकार को तेल तिलहन के कारोबार पर पैनी नजर रखनी होगी तभी तिलहन उत्पादन बढ़ेगा और देश आत्मनिर्भरता की राह पर बढ़ पायेगा। देश में तिलहन की अधिक उत्पादन की स्थिति में बाजार टूटने या विदेशी बाजारों की मनमानी घट बढ़ की स्थिति में सरकार को ऐसे कदम तुरंत उठाना होगा जिससे देश के किसानों के हितों की रक्षा हो सके।