चंदन तेल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है भारत, 1.50 लाख रु/किलो तक कीमत
इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain News) के कानपुर और कन्नौज स्थित घरों में इनकम टैक्स छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये के कैश और सोने-चांदी के अलावा 600 लीटर चंदन का तेल भी बरामद हुआ है। चंदन तेल, इत्र कारोबार का तो बेस है ही, इसके अलावा इसका अन्य कई कारोबारों में भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है। जहां तक उत्पादन की बात है तो भारत इसका दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। दुनिया में चंदन तेल का उत्पादन सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलिया में होता है। चंदन तेल के आयातकों में अमेरिका और फ्रांस भी शामिल हैं।
भारत में चंदन का उत्पादन 1950 में 4000 टन हुआ करता था और भारत चंदन लकड़ी के उत्पादन में वर्ल्ड लीडर था। लेकिन अब यह उत्पादन गिरकर 400 टन सालाना पर आ चुका है और इसमें अकेले कर्नाटक का योगदान लगभग 70 फीसदी है। भारत में चंदन की खेती अब सरकार के नियंत्रण में है, जिसकी वजह है चंदन लकड़ी की तस्करी व अवैध व्यापार। चंदन की लकड़ी का निर्यात प्रतिबंधित है। कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के चंदन उत्पादक केवल सरकार को ही इसकी बिक्री कर सकते हैं, वहीं अन्य राज्यों के उत्पादकों के लिए थोड़ी फ्लेक्सिबिलिटी है।