कार्लसन 5वीं बार वर्ल्ड चैंपियन; स्कोर 7.5-3.5
नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन पांचवीं बार शतरंज के वर्ल्ड चैंपियन बने। 31 साल के कार्लसन ने अपना खिताब बचाया। वे 2013 से लगातार वर्ल्ड चैंपियन हैं। उन्होंने दुबई में आयोजित वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में रूसी ग्रैंडमास्टर इयान नेपोमनियाचिटची को हराया। नेपो आखिरी गेम में जिस तरह हारे, उसे चैंपियनशिप के 135 साल के इतिहास में सबसे खराब पतन कहा जा रहा है।
14 बाजियों की चैंपियनशिप में कार्लसन 11वें गेम में ही चैंपियन बन गए। कार्लसन के 7.5 जबकि नेपो के 3.5 अंक रहे। यह चैंपियनशिप में 100 साल में जीत का सबसे बड़ा अंतर रहा। 1921 में हवाना में जोस रॉल केपाब्लेंका और इमानुअल नेस्कर के बीच भी इतना ही अंतर था।
जीत का एक अंक और ड्रॉ का आधा अंक मिलता है। कार्लसन ने 11 में से 4 बाजियां जीतीं जबकि नेपो को एक में भी जीत नहीं मिली। सात बाजियां ड्रॉ पर खत्म हुईं। अंतिम गेम में दोनों खिलाड़ी बराबरी पर थे, लेकिन नेपो ने राजा के सामने के प्यादे को आगे बढ़ाने का फैसला जल्दबाजी में किया। इसके बाद नेपो को चेकमेट से बचने के लिए अपनी रानी को आगे बढ़ाना पड़ा। कार्लसन ने आखिरकार अपने एक प्यादे को रानी के रूप में प्रमोट किया, इसके बाद नेपो को हार माननी पड़ी।