पापा बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर निकले थे, कहां गई वो जैकेट?
26/11 आतंकी हमले में महाराष्ट्र के तत्कालीन ATS चीफ हेमंत करकरे शहीद हुए थे। वे पाकिस्तानी आतंकियों की गोलियों का शिकार हुए थे। अब 13 साल बाद उनकी बेटी जुई करकरे ने हेमंत की बुलेट प्रूफ जैकेट को लेकर सवाल खड़े किए हैं। जुई ने अपने पिता की बहादुरी, उनका मॉटिवेशन, देश प्रेम और मुंबई हमले के बाद की मुश्किलों को भास्कर के जरिए साझा की है।
“तारीख 20 नवंबर 2008, सुबह का वक्त था। हालचाल जानने के लिए मां का नॉर्मल फोन आया? US में तब थैंक्स गिविंग वीक चल रहा था, जो वहां बड़े लेवल पर सेलिब्रेट किया जाता है। मैंने मां को बताया कि शिकागो से मेरी ननद आई हैं। मैं उन्हें बॉस्टन घुमाने ले जा रही हूं। इसके बाद हम घूमने निकल गए। इसी बीच जर्मनी से मेरी बहन का फोन आया कि पापा हेलमेट और बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर एक टेरेरिस्ट एक्टिविटी में जा रहे हैं। मैंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। मुझे हमेशा लगता था कि पापा सुपर हीरो हैं, उन्हें कभी कुछ नहीं हो सकता। वे सभी को बचा लेंगें।
घर आते ही मैंने टीवी ऑन किया। टीवी पर न्यूज़ फ्लैश हो रही थी कि हेमंत करकरे घायल हो गए हैं। मुझे लगा ज्यादा सीरियस बात नहीं है। इतने में न्यूज़ फ्लैश होने लगी कि हेमंत करकरे नहीं रहे। मुझे इस खबर पर यकीन नहीं हुआ। मैं सोच भी नहीं सकती थी कि पापा के साथ ऐसा हादसा हो जाएगा। तभी मेरे पति का फोन आया कि मैं घर आ रहा हूं। उनकी आवाज सुनकर मुझे पहली दफा लगा कि यह हो गया है।