लड़की होना मेरे लिए गर्व की बात, कभी शर्मिंदा महसूस नहीं कर सकती
‘शेरशाह‘ की कामयाबी के बाद कियारा आडवाणी ने बॉलिवुड में अपनी ज़मीन को और पुख्ता किया है। ‘गुड न्यूज’, ‘गिल्टी’, ‘लस्ट स्टोरीज’, ‘इंदु की जवानी’ और ‘शेरशाह’ जैसी फिल्मों में महिलाओं के विविधरंगी किरदारों के बाद वे आने वाले समय में वह ‘भूल भुलैया 2’, वरुण धवन के साथ की फिल्म ‘जुग जुग जियो’ और ‘आरसी -15’ में नजर आएंगी। इस ख़ास मुलाकात में वह सफलता, महिला मुद्दों , ड्रीम रोल और ओटीटी जैसे मुद्दों पर बात करती हैं।
आपकी हालिया ‘शेरशाह’ में आपके रोल को काफी सराहा गया, क्या आपने सोचा था इतनी सफलता और तारीफ मिलेगी? फिल्म की कामयाबी का कितना फायदा मिला आपको?
देखिए, कलाकार होने के नाते हम अपनी हर फिल्म और किरदार पर कड़ी मेहनत करते हैं, मगर वह दर्शक पर निर्भर करता है कि वह उस फिल्म को कैसे लेता है। निश्चित रूप से ‘शेरशाह’ मेरे करियर की अहम फिल्म है। यह मेरे दिल के बहुत करीब भी है। कहानी के कारण भी इसकी अहमियत बढ़ जाती है, क्योंकि यह ट्रू स्टोरी पर आधारित है। जब मैंने इसकी स्क्रिप्ट सुनी, तो मुझे खास लगी और इसकी शूटिंग और मेकिंग के दौरान लग तो रहा था कि कुछ अलग बन रहा है, मगर दर्शकों ने इसे उम्मीद से ज्यादा सराहा और हाथों -हाथ लिया। ‘शेरशाह’ से दर्शकों का जो प्यार मिला, वह अभिभूत कर देने वाला साबित हुआ है। मैंने अपने करियर में बहुत जल्दी सीख लिया है कि हर फिल्म की कामयाबी का दौर सीमित होता है। उसके बाद आप अपनी दूसरी फिल्म के सफर पर चल निकलते हैं। फायदा-नुकसान सोचने का वक्त नहीं मिला।