कब्ज को न लें हल्के में
आज भारत ही नहीं दुनिया के ना जाने कितने ही देशों में रहने वाले लोग कब्ज की समस्या से जूझते हुए दिखाई देते हैं। कब्ज एक ऐसी समस्या है जिसमें व्यक्ति अपना मल पूरी तरह से नहीं त्याग पाता और उसे मल त्यागने के लिए अधिक जोर भी लगाना पड़ता है। ऐसे में कई बार यह समस्या बहुत आम होती है और डाइट में फाइबर को जोड़कर इससे राहत पाई जा सकती है। जबकि कई बार स्थिति गंभीर हो जाती है और लंबे समय तक कब्ज की समस्या बनी रहती है।
ऐसे में इस समस्या की वजह से बवासीर होने की भी संभावना बढ़ जाती है। अगर आपको भी कब्ज की समस्या है तो यह जरूरी है कि आप वक्त रहते इससे छुटकारा पा ले। एक आप फाइबर को शामिल करके देखें। पर अगर इससे भी बात ना बने तो आपको डॉक्टर के द्वारा दी जाने वाली दवाओं और उपचार प्रक्रिया का पालन करना होगा। आइए जानते हैं आखिर कब कब्ज को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
हमारे शरीर की पाचन प्रक्रिया बेहद जटिल होती है। इसे सफल बनाने में कई अंगों का योगदान होता है। दरअसल जब हम भोजन करते हैं तो इस दौरान पोषक तत्व शरीर में समाते हैं और अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। अगर साफ भाषा में समझे तो भोजन बड़ी आंत में पहुंचता है तभी पानी और ग्लूकोज को अवशोषित करके मल को बाहर निकाला जाता है। यानी कि हमारा मल बड़ी आंत में ही जमा रहता है।