आधा दर्जन मुल्कों के 350 लोगों की टेक्निकल टीम ने 19 वीं सदी का इंडिया-इंग्लैंड किया रीक्रिएट
एक्ट्रेस विक्की कौशल ने आज ओटीटी पर रिलीज हो रही फिल्म ‘सरदार उधम’ के लिए दुनिया के छह मुल्कों के तकरीबन 350 तकनीशियनों के साथ काम किया है। ‘राजी’ और ‘उरी’ के बाद यह उनकी तीसरी फिल्म है, जो देशभक्ति वाले जोन की है। दैनिक भास्कर के साथ खास बातचीत में उन्होंने कैरेक्टर की तैयारियों और क्रांति के उधम सिंह, भगत सिंह के मतलब के बारे में बात की। पेश है उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश:-
उस दौर का अमृतसर और लंदन फिल्म में किस तरह क्रिएट हुआ है?
हमें 19 वीं सदी के अमृतसर और लंदन क्रिएट करने के लिए बड़े स्केल पर दुनियाभर से टेक्निशियन हायर करने पड़े। वह इसलिए कि हमें तब की इमारतें, गाड़ियां आदि क्रिएट करने पड़े। बहुत डिटेलिंग में काम हुआ। इंडिया के अलावा रशिया, इंग्लैंड, पौलेंड, हंगरी और बाकी देशों के तकनीशियन्स ने तब का पूरा समां क्रिएट किया। मुझे इस जॉनर से प्यार हो गया है। मैं पिन पॉइंट तो नहीं कर सकता, मगर पास्ट से जो भी हमारे शूरवीर, राजा महाराजा रहें हैं उन्हें प्ले करना चाहूंगा। यह फेज भी अच्छा चल रहा है, जहां मेकर्स भी हिस्ट्री को एक्स्प्लोर कर रहें हैं। आगे सैम बहादुर भी जो मेघना गुलजार जी की है, वह भी इसी जोन में है।
इस फिल्म को लेकर आपके वेट गेन और लॉस की भी बड़ी चर्चा रही इसपर आप क्या कहेंगे?
जी हां। शूट के दौरान एक महीने के भीतर ही मैंने 14 से 15 किलो वेट शेड और गेन किया था। कारण अमृतसर शेड्यूल में जहां मुझे 20 साल का उधम सिंह दिखना था। वहीं उसके महज 25 से 29 दिनों बाद ही लंदन वाले सीक्वेंस भी शूट करने थे। वहां मुझे 40 की उम्र वाला उधम सिंह दिखना था।