केजरीवाल सरकार का दावा, अंधेरे की तरफ दिल्ली

दिल्‍ली में बिजली संकट की आशंका को लेकर विरोधाभासी दावे किए जा रहे हैं। दिल्‍ली सरकार के मंत्री सत्‍येंद्र जैन कहते हैं कि राजधानी को उसके कोटे की आधी बिजली ही सप्‍लाई हो रही है। टाटा पावर दिल्‍ली डिस्‍ट्रीब्‍यूशन लिमिटेड के सीईओ गणेश श्रीनिवासन ने भी कहा क‍ि ‘छोटे ब्‍लैकआउट होंगे ही’ क्‍योंकि दिल्‍ली को सप्‍लाई करने वाले पावर प्‍लांट्स में ‘कुछ दिन का ही कोयला’ है।

इन दावों के उलट, केंद्र सरकार ने जो तस्‍वीर सामने रखी है, उसके मुताबिक दिल्‍ली में पिछले 15 दिन से बिजली की कोई कमी नहीं। नैशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) का डेटा यह भी दिखाता है कि 1 से 11 अक्‍टूबर के बीच दिल्‍ली को जितनी बिजली मुहैया कराई गई, उसका 70% ही इस्‍तेमाल हुआ।

दिल्‍ली के ऊर्जा मंत्री सत्‍येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि देश में ऊर्जा संकट है और केंद्र सरकार को इसे एक समस्‍या की तरह लेना चाहिए। मंत्री के अनुसार, दिल्‍ली सरकार ज्‍यादातर बिजली NTPC से खरीदती है मगर उसने अपने प्‍लांट्स पर उत्‍पादन में 50% की कटौती कर दी है।

जैन ने कहा, ‘समझौते के अनुसार, सालभर में 85% समय के लिए NTPC को पूरी बिजली सप्‍लाई करनी होती है और बाकी 15% में यह 55% तक जा सकती है। लेकिन ऐसा एक वक्‍त पर सभी प्‍लांट्स के लिए नहीं किया जा सकता। आमतौर पर NTPC दिल्‍ली को करीब 4,000 मेगावॉट बिजली देता है लेकिन अब वह इसका आधा भी सप्‍लाई नहीं कर पा रही।

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