क्या रवि शास्त्री को मिलेगी सजा, लापरवाही की सारी हदें पार
नई दिल्ली
लंबे समय तक क्रिकेट कमेंट्री करने वाले हेड कोच रवि शास्त्री के पास किस्से-कहानियों की भरमार है। इन यादों को एक पोटली में बांधकर उन्होंने एक किताब लिखी, उसी की लॉन्चिंग अब भारतीय क्रिकेट पर भारी पड़ रही है। किताब लिखने वाले शास्त्री को क्या पता था कि वह साथ ही साथ इंग्लैंड दौरे के दुखद अंत की स्क्रिप्ट भी तैयार कर रहे हैं।
बायो-बबल की उड़ाई धज्जियां
दरअसल, लंदन में चौथे टेस्ट से पहले एक फाइव स्टार होटल में प्रोग्राम रखा गया था। ट्रैक सूट पहनकर मैदान पर पसीना बहाने की बजाय भारतीय टीम सज-धजकर पार्टी कर रही थी। लोगों से मिल रही थी। बायो-बबल का उल्लंघन कर रही थी। ब्रिटेन में नियमों में रियायत के कारण किसी ने भी मास्क नहीं पहन रखा था। इसी प्रोग्राम से भारतीय खेमे में कोरोना वायरस की एंट्री होती है, जिसने दुनिया के सामने अब बीसीसीआई की थू-थू करवा दी।
बिना परमिशन कैसे हो गया प्रोग्राम?
हेड कोच रवि शास्त्री और उनकी पूरी टीम यानी बोलिंग कोच भरत अरुण, फिल्डिंग कोच आर श्रीधर और फिजियो नितिन पटेल एक के बाद एक कोरोना संक्रमित हो गए। इन सभी को टीके की दोनों डोज लग चुकी हैं। बाद में टीम के असिस्टेंट फिजियो योगेश परमार भी पॉजिटिव पाए गए, जिसके बाद ही क्रिकेटर्स ने पांचवां मैच नहीं खेलने का फैसला किया। अब लंदन में आयोजित बुक लॉन्चिंग समारोह पर सवाल उठ रहे हैं। इस प्रोग्राम के लिए बीसीसीआई से लिखित अनुमति नहीं ली थी।