आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में केवल एक अनुभवी तेज गेंदबाज के साथ उतर रही भारतीय टीम

मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय टीम को 19 फरवरी से होने वाली आईसीस चैम्पियंस ट्रॉफी में खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। कप्तान रोहित शर्मा भी पिछले कुछ समय से लगातार असफल रहे है। ऐसे में उनका लक्ष्य भी इस ट्रॉफी का जीतकर प्रशंसकों को खुश करना रहेगा। हालांकि ये इतना आसान भी नहीं है। इसका कारया मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का नहीं होना है। बुमराह ने पिछले कुछ समय में हर सीरीज में अबसे अधिक विकेट लिए हैं। ऐसे में भारतीय टीम के पास मोहम्मद शमी के अलाव कोई भी अनुभवी तेज गेंदबाज नहीं है। टीम के पास अन्य तेज गेंदबाजों में युवा हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह है। वहीं टीम पांच स्पिनरों के साथ जा रही है।
टीम के साथ रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती जैसे स्पिनर रहेंगे। भारत के मैच दुबई में होने हैं जहां तेज गेंदबाजों को अधिक सफलता मिलती रही है। आंकड़ों पर नजर डालें तेा दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पर 2009 के बाद से 58 एकदिवसीय खेले गये हैं जिसमें तेज गेंदबाजों को पांच से कम की इकॉनामी दर से 466 विकेट मिले हैं। वहीं स्पिनरों को 334 विकेट मिले हैं और उनकी किफायत दर 4.2 रही है। वहीं भारतीय टीम 5 स्पिनर लेकर जा रही है और उसे ये रणनीति भारी पड़ सकती है। उसके पास स्पिन ऑलराउंडर के रूप में रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल हैं जबकि विशेषज्ञ स्पिनर के तौर पर वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव हैं।
पांच स्पिनरों को लेकर जाने पर भी सवाल उठ रहे है क्योंकि दुबई की पिचों पर स्पिनरों को अधिक सहायता नहीं मिलती है। टीम में शामिल रहस्यमयी गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती से काफी उम्मीदें हैं और अब देखना है कि वह क्या करते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में लीग चरण में भारत को बांग्लादेश, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से खेलना है और इनमें से किसी ने भी वरुण का पहले सामना नहीं किया है। जडेजा और अक्षर का खेलना लगभग तय है और वरुण के खेलने पर कुलदीप यादव को बाहर रहना पड़ सकता है। एक पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने कहा, दुबई में पिच से गेंदबाजों को शारजाह की तुलना में अधिक मदद मिलती है। तेज गेंदबाजों को यहां सफलता मिलती रही है जिसकी वजह से पाकिस्तान ने टीम में अधिक तेज गेंदबाज चुने हैं हालांकि उन्हें यहां ज्यादा मैच नहीं खेलने हैं। बुमराह के बाहर होने पर सिराज की जगह राणा को चुनने पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि ऐसे टूर्नामेंटों में अनुभव खिलाड़ी की जरुरत रहती है। ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या है मोहम्मद शमी और अर्शदीप या राणा के साथ तीसरे तेज गेंदबाज होंगे पर उनके साथ कई बार फिटनेस की समस्या आज जाती है।वहीं कप्तान रोहित शर्मा का कहना है कि पुरानी गेंद से अधिक प्रभावी नहीं होने के कारण ही सिराज को बाहर रखा गया। राणा ने टी20 में पदार्पण करके छठे गेंदबाज के तौर पर 33 रन देकर तीन विकेट लिए थे। भारतीय टीम की जीत के लिए कप्तान रोहित शर्मा औ अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली को बड़ी पारियां खेलनी होंगी।

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