प्रदेश सरकार का संकल्प दिव्यांगता को दिव्यता में बदलना है : मंत्री श्री कुशवाह


वैश्विक समाज के निर्माण में इस वर्ग की महत्वपूर्ण भागीदारी

भोपाल : सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा है कि समावेशी और उज्ज्वल भविष्य के लिए दिव्यांगों के नेतृत्व को बढ़ावा देना के लिए मध्यप्रदेश सरकार का प्रयास ‘दिव्यांगता को दिव्यता के रूप में परिवर्तित’ करने का है। इसके लिए राज्य सरकार, केन्द्र सरकार के साथ मिलकर कार्य कर रही है और दिव्यांगों के कल्याण के लिए उनको साधन के साथ अवसर भी मुहैया कराया जा रहा है। मंत्री श्री कुशवाह ने यह बात सामाजिक न्याय संचालनालय के ऑडिटोरियम में आयोजित राज्य स्तरीय दिव्यांगजन कल्याण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही l कार्यक्रम की अध्यक्षता परशुराम बोर्ड के अध्यक्ष श्री विष्णु राजोरिया ने कीl

मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में दिव्यांगजनों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का जो लक्ष्य निर्धारित किया है, उसके लिए मध्यप्रदेश में बाधा रहित वातावरण निर्माण का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। उन्होंने कहा वैश्विक समाज में वर्ग की भागीदारी उसमें होना चाहिए। उन्होंने दिवयांगजन के लिए सेवा और परमार्थ कार्य में लगी संस्थाओं को बधाई दी। उन्होंने दिव्यांगजनों से आहवान किया कि दिव्यांगता सफलता में बाधक नहीं है। आवश्यकता है दिव्यांगता को भी अवसर मानते हुए कड़े परिश्रम के साथ अपने लक्ष्य प्राप्त करने की। मंत्री श्री कुशवाह ने कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना की और मूकबधिर बच्चों के बैंड में भाग लेने वाले सभी बच्चों को अपनी स्वेच्छानुदान निधि से प्रत्येक बच्चे को 2500 रूपये देने की घोषणा भी की।

प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण श्रीमती सोनाली पाक्षे वायंगयकर ने कहा कि समावेशी और उज्जवल भविष्य के लिये दिव्यांगजनों के नेतृत्व को बढ़ावा देने का आशय, 2047 के भारत में इस वर्ग की भागीदारी नेतृत्वशीलता के रूप में विकसित करना है। यह तभी संभव है जब इस वर्ग के आर्थिक, सामाजिक, शारीरिक, मानसिक, राजनैतिक विकास के साथ इसका नेतृत्व विकसित किया जाये।

आयुक्त सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण डॉ. आरआर भौसले ने कहा कि दिव्यांगजन की समग्र भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये विभाग लगातार प्रयासरत है। समाज में इस वर्ग के प्रति सकारात्मक वातावरण निर्माण हो इसके लिये लगातार प्रयास किए जा रहे है। इसके बेहतर परिणाम भी प्राप्त हुए है।

आयुक्त नि:शक्तजन श्री संदीप रजक ने कहा कि नि:शक्ता सफलता में बाधक नहीं है आवश्यकता दृढ़ इच्छा शक्ति से आगे बढ़ने की है।

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