मुकेश अंबानी के बाद अब गौतम अडानी भी बनाएंगे गीगा फैक्ट्री
नई दिल्ली: देश के दो धुरंधर रईस गौतम अडानी और मुकेश अंबानी में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। अडानी ने जहां इस सेक्टर में 2030 तक 70 अरब डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा है, वहीं अंबानी ने 75 अरब डॉलर लगाने की घोषणा की है। बंदरगाह से बिजली क्षेत्र में काम करने वाले अडानी ग्रुप ने ग्रीन एनर्जी मिशन के तहत सौर मॉड्यूल, पवन टर्बाइन और हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर बनाने के लिए तीन गीगा फैक्ट्रीज लगाने की घोषणा की है। एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी ने बुधवार को यह जानकारी दी। अडानी ग्रुप हरित ऊर्जा वैल्यू चेन में निवेश बढ़ा रहा है। ग्रुप का लक्ष्य 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्रॉड्यूसर बनना है।
गौतम अडानी ने यूएसआईबीसी ग्लोबल लीडरशिप अवॉर्ड प्राप्त करने के बाद कहा कि अडानी ग्रुप पहले ही 70 अरब डॉलर (जलवायु परिवर्तन और हरित ऊर्जा के लिए) के निवेश के लिए प्रतिबद्ध है। इससे हम भारत में तीन गीगा कारखानों का विनिर्माण करेंगे, जो दुनिया की सबसे एकीकृत हरित-ऊर्जा मूल्य श्रृंखलाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि ये गीगा कारखाने ‘पॉलीसिलिकॉन से सौर मॉड्यूल तक होंगे। इससे अडानी ग्रुप के पास 45 गीगावॉट की अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता होगी। अभी समूह की क्षमता 20 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा की है। इससे ग्रुप 2030 तक 30 लाख टन हाइड्रोजन क्षमता भी जोड़ पाएगा।