पुतिन ने तेल की कीमतें बढ़ने की दी चेतावनी
रूस और यूक्रेन का युद्ध (Russia Ukraine War) पिछले 136 दिनों से चल रहा है। पश्चिमी देश यूक्रेन का साथ दे रहे हैं और रूस को प्रतिबंधों के जरिए रोकने की कोशिश में हैं। यूक्रेन ने मित्र राष्ट्रों से मांग की है कि डोनबास क्षेत्र में रूस तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में उसकी रफ्तार रोकने के लिए और हथियार सप्लाई किए जाएं। वहीं रूस किसी भी समझौते के मूड में नहीं दिख रहा है। रूस की ओर से चेतावनी दी गई है कि ईंधन की कीमतों में तेजी से इजाफा होगा।
शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देशों के प्रतिबंध अगर लगातार जारी रहे तो इससे सिर्फ तेल की कीमतों में भयानक रूप से बढ़ोतरी होगी। रूस के तेल और गैस उद्योग के लीडर्स को संबोधित करते हुए पुतिन ने पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों को आर्थिक युद्ध की घोषणा करार दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों ने रूस से तेल न खरीदने का दबाव बनाया है, जिसके कारण दुनिया भर में तेल की कीमतें बढ़ी हैं।
तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की दी चेतावनी
यूरोपीय यूनियन के देश पहले ही रूस से तेल न खरीदने की बात कह चुके हैं। अल जजीरा की खबर के मुताबिक पुतिन ने कहा, ‘रूस पर लगने वाले प्रतिबंधों को जो देश मानेंगे उन्हें ही सबसे ज्यादा नुकसान होगा। प्रतिबंधों को आगे भी जारी रखना स्थिति को और भी बिगाड़ेगा, इससे दुनिया भर में तेल की कीमतें बढ़ेंगी।’ बता दें कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर पुतिन की सेना ने हमला किया था, जिसके बाद पश्चिमी देशों ने उनके ऊपर प्रतिबंध लगा दिए।