WHO बोला- ‘मंकीपॉक्स को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित करने की जरूरत नहीं’

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि 50 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स के बढ़ते प्रकोप पर करीबी नजर रखी जानी चाहिए, लेकिन फिलहाल इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति घोषित करने की आवश्यकता नहीं है। डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन समिति ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि प्रकोप के कई पहलू ‘असामान्य’ थे और माना कि मंकीपॉक्स के खतरों पर वर्षों से गौर नहीं किया गया है।

हालांकि, समिति ने कहा कि मंकीपॉक्स कुछ अफ्रीकी देशों में अब महामारी नहीं रह गया है। बयान के मुताबिक, ‘कुछ सदस्यों ने अलग-अलग विचार व्यक्त किए हैं। हालांकि, समिति ने डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक को सर्वसम्मति से यह सुझाव देने का निर्णय लिया है कि मंकीपॉक्स को इस स्तर पर ‘वैश्विक आपातकाल की स्थिति’ नहीं घोषित करना चाहिए।’ हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने प्रकोप की ‘आपातकालीन प्रकृति’ की तरफ इशारा किया है और कहा है कि इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए ‘तेजी से कदम उठाने’ की जरूरत है।

‘स्थिति की समीक्षा किए जाने की जरूरत’
समिति ने कहा कि प्रकोप पर ‘करीबी नजर रखने और कुछ हफ्तों के बाद स्थिति की समीक्षा किए जाने की आवश्यकता है।’ उसने यह भी कहा अगर कुछ नए घटनाक्रम सामने आते हैं- जैसे कि यौनकर्मियों के बीच प्रसार, अन्य देशों में या उन देशों में संक्रमण का फैलना, जहां पहले से ही मंकीपॉक्स के मामले हैं, मामलों की गंभीरता में वृद्धि या प्रसार की बढ़ती दर तो वह फिर से स्थिति का मूल्यांकन करने की सिफारिश करेगी।

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