अमेरिकी डिप्टी NSA ने भारत को नहीं दी थी कोई धमकी
रूस से तेल खरीदने (India Oil Imports) पर भारत को धमकाने के बाद अमेरिका ने अब सफाई दी है। वाइट हाउस ने कहा कि रूसी पाबंदियों पर बाइडेन प्रशासन के मुख्य शिल्पकार भारतीय मूल के दलीप सिंह ने नई दिल्ली यात्रा के दौरान भारत को कोई चेतावनी नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि दलीप सिंह ने रूस से तेल आयात को लेकर भारतीय पक्ष के साथ सकारात्मक वार्ता की थी। वाइट हाउस ने इसके साथ यह भी कहा कि भारत, रूस की तुलना में अमेरिका से अधिक ऊर्जा आयात करता है। दलीप सिंह ने भारत को धमकी देते हुए कहा था कि चीन के खिलाफ अमेरिका ही उसकी मदद करने आएगा।
अमेरिका बोला- दलीप सिंह का बयान चेतावनी नहीं
वाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने दलीप सिंह की हाल की भारत यात्रा के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं उसे चेतावनी की श्रेणी में नहीं रखूंगी। राष्ट्रपति जो बाइडेन के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सिंह को यूक्रेन के विरुद्ध युद्ध को लेकर रूस पर आर्थिक पांबंदियां निर्धारित करने वाला शिल्पी माना जाता है। दलीप सिंह ने कहा था कि अगर चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करता है तो भारत को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि रूस उसकी मदद के लिए आगे आएगा।
रूस के साथ लेनदेन पर दलीप सिंह ने दी थी धमकी
दलीप सिंह ने यह भी कहा था कि अमेरिका किसी भी देश को रूसी केंद्रीय बैंक के साथ वित्तीय लेनदेन में शामिल होते नहीं देखना चाहेगा। उन्होंने कहा कि भारत का रूसी ऊर्जा का मौजूदा आयात अमेरिका के किसी प्रतिबंध (रूस के खिलाफ) का उल्लंघन नहीं करता है क्योंकि अमेरिका ने रूस से ऊर्जा की आपूर्ति को छूट दे रखी है। लेकिन यह भी जोड़ा कि अमेरिका अपने सहयोगियों को गैर भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता पर अपनी निर्भरता घटाने के रास्ते तलाशते भी देखना चाहेगा।