दुर्ग यूनिवर्सिटी की प्राइवेट PG परीक्षाएं 5 अप्रैल से:ऑनलाइन होगा पेपर
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग ने ऑनलाइन परीक्षाओं को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। पहली बार ऑनलाइन परीक्षा में ऐसा नियम बनाया गया है कि यदि स्टूडेंट किसी और से उत्तर पुस्तिका लिखवाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ नकल का प्रकरण दर्ज होगा। विश्वविद्यालय की ऑनलाइन परीक्षाएं 5 अप्रैल से प्राइवेट पीजी के पेपर के साथ शुरू होंगी।
ऑनलाइन परीक्षाओं को लेकर भूपेश सरकार पहले ही आदेश जारी कर चुकी है। इसके बाद हेमचंद यादव दुर्ग यूनिवर्सिटी ने इसके लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने बुधवार को इसे लेकर सभी 143 महाविद्यालयों के प्राचार्यों की ऑनलाइन बैठक बुलाई। उन्होंने अप्रैल माह से आयोजित होने वाली परीक्षा को लेकर तैय की गई गाइडलाइन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पूर्व के दो वर्षों में आयोजित ऑनलाइन परीक्षा के पैटर्न में कुछ बदलाव किये गये हैं।
बैठक में प्राचार्यों को दिए यह निर्देश
रविवार एवं शासकीय अवकाश के दिन प्रश्नपत्र अपलोड नहीं किये जायेंगे। प्रश्नपत्र केवल परीक्षा के दिन ही अपलोड होंगे। उत्तर पुस्तिका परीक्षा केंद्र से वितरित की जाएंगी और उसी में प्रश्नों के हल लिखना है। विद्यार्थी को इस बार कोई भी पूरक उत्तर पुस्तिका नहीं दी जाएगी। पूरक उत्तर पुस्तिका की आवश्यकता होने पर विद्यार्थी स्वयं के पेज का उपयोग करेंगे। जिसे वे मुख्य उत्तर पुस्तिका के साथ संलग्न कर संबंधित परीक्षा केन्द्रों में जमा करेंगे।
पहली बार नकल प्रकरण का प्रावधान
ऑनलाइन परीक्षा में इस बार नकल प्रकरण का भी प्रावधान किया गया है। अगर परीक्षार्थी की उत्तर पुस्तिका में एक से अधिक व्यक्तियों की हैंडराइटिंग पाई गई तो संबंधित परीक्षार्थी के खिलाफ नकल का प्रकरण दर्ज किया जाएगा। इतना ही नहीं ऐसी उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन भी नहीं किया जाएगा।