नवा रायपुर में तैयार हुआ ‘इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च’
छत्तीसगढ़ विश्व स्तरीय ड्राइविंग प्रशिक्षण का नया ठिकाना बनने वाला है। इसके लिए नवा रायपुर में इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च बनकर तैयार है। इस संस्थान में ट्रक, बस, डंपर जैसे बड़े वाहनों के साथ गैर व्यावसायिक मध्यम और हल्के वाहनों को भी चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 9 दिसंबर को एक समारोह में इस संस्थान का लोकार्पण करेंगे।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इंस्टीट्यूट की स्थापना 17 करोड़ रुपए की लागत से नवा रायपुर के तेंदुआ गांव में की गई है। यह 20 एकड़ में बनाया गया है। संस्थान में मारुति सुजुकी कंपनी के विशेषज्ञ प्रशिक्षक ड्राइविंग का प्रशिक्षण देंगे। यहां ट्रक, बस जैसे बड़े वाहनों को चलाने के लिए 30 दिन की ट्रेनिंग मिलेगी। वहीं नॉन इनर्शियल वाहनों को चलाने के लिए 21 दिन का ट्रेनिंग कोर्स है।
संस्थान में प्रशिक्षण के लिए 5 स्मार्ट क्लास रूम बनाए गए हैं, जहां एक साथ लगभग 250 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा सकता है। प्रशिक्षणार्थियों को ट्रैफिक नियमों और अन्य रोड सेफ्टी मैनुअल से अवगत कराया जाएगा। इस आवासीय संस्थान में एक साथ 80 प्रशिक्षुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद छात्रों को लाइसेंस तुरंत बनाकर दिया जाएगा। इसके साथ ही हैवी वाहन चलाने वालों को प्रदेश की फैक्ट्रियों में नौकरी दिलाने में सहायता की जाएगी।