बैंको की एक ही ब्रांच में 10 से 30 खाते: दुर्ग नगर निगम की 77 करोड़ राशि के लिए बैंकों में 116 खाते, शासन से अनुमति लेकर की जाएंगी खर्च : वोरा

दक्षिणापथ, दुर्ग । नगर निगम में पिछली परिषद से बैंक खाता खोलने की होड़ मची हुई है। अब तक कुल 116 बैंक खाते खोले गए है। जिसमें अमृत मिशन योजना के लिए ही एक ही बैंक में 31 खाते खोले गए है। इनमें से 8 खातो में राशि शून्य है। पांच खातो ऐसे है जिनमें में 1 से 13 करोड़ की राशि जमा है। वहीं निगम मद के लिए 7 खाते खोले गए है। 45 खाते है ऐसे है जिसमें मद का जिक्र नहीं है। जिसमें राजेन्द्र पार्क स्थित एचडीएफसी बैंक में निगम के 13 खाते, एक्सिस बैंक में 12, एचडीएफसी बैंक चौहान स्टेट सुपेला में 3, आईसीआईसीआई बैंक राजेन्द्र पार्क चौक में 3, इलाहाबाद बैंक में 6, ओबीसी में 4, पीएनबी में 2, बैक ऑफ बड़ौदा, सेन्ट्रल बैंक, बंधन बैंक, स्टेट बैंक, यूनियन बैंक, यूको बैंक, इण्डस इण्ड बैंक सुपेला, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, केनरा बैक, छग राज्य ग्रामीण बैंक, इंडियन ओवरसीस बैंक, आंध्रा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र में भी खोले गए है। इन खातो को खोलने की आवश्यकता क्यो पड़ी यह नगर निगम दुर्ग के सामान्य सभा में एल्डरमेन राजेश शर्मा ने प्रश्न के उत्तर में खुलासा हुआ, साथ ही यह भी जानकारी प्राप्त हुई की 30 जुलाई 21 की स्थिति में बैंको की एक ही ब्रांच में 10 से 30 खाते है। कुल निगम के खजाने में 77 करोड़ 55 लाख 46 हजार 298 रुपए जमा है। नगर निगम दुर्ग की लेखा शाखा का काम काज हमेशा निशाने पर रहा है। सांसद व विधायक के विकास निधि के मदो का भी संधारण नहीं होने से इस विभाग के कामकाज पर सावालियां निशान लगता रहा है। एक मद के कार्य का भुगतान अन्य दूसरे मदो की राशि से किए जाने की भी शिकायत मिलती रही है। वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा ने मांग पर कहा कि गैर जरुरी खातो को बंद कर एवं छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन विभाग से अनुमति लेकर जनहित के कार्यो में राशि का उपयोग किया जाएगा।