जशपुर जिले के पत्थलगांव नगर पंचायत में पहुंची अनोखी स्काइलिफ्ट
स्काई लिफ्ट को ले जाने के लिए लगता है किराए का वाहन
बिना इंजन लगी गाड़ी में स्काइलिफ्ट को देखने लोगों में दिलचस्पी
नगर पंचायत के पार्षदों ने स्काइलिफ्ट पर जताई आपत्ति
दक्षिणापथ,पत्थलगांव। हमेशा से सुर्खियों में रहने वाले नगर पंचायत पत्थलगांव एक बार फिर सुर्खियों में नजर आ रहा है बताया जा रहा है नगर पंचायत में विगत 30 तारीख को पी आई सी की बैठक रखी गई थी जिसमें नगर की प्रकाश व्यवस्था को सुचारू करने के लिए एक स्काइलिफ्ट की स्वीकृति दी गई थी जिसके बाद नगर पंचायत पत्थलगांव द्वारा तत्काल ही नगरीय निकाय प्रशासन को इसके लिए आदेश भेजा गया था जिनके द्वारा आनन-फानन में केवल 4 दिन के अंदर ही स्काइलिफ्ट लगभग चौदह लाख रुपए की पत्थलगांव नगर पंचायत को भेजी गई ।सबसे मजेदार पहलू यह है कि पत्थलगांव नगर पंचायत को दी गई स्काइलिफ्ट अपने आप में अजीब लग रही है इस स्काइलिफ्ट को उपयोग करने के लिए दूसरे वाहन की जरूरत पड़ेगी जिसके लिए या तो किराए के वाहन की आवश्यकता होगी या फिर नगर पंचायत के कचरा ढोने वाले ट्रैक्टर की आवश्यकता पड़ेगी जिसके कारण मौके पर इस स्काइलिफ्ट के उपयोग करने के लिए हजारों रुपए खर्च करने पड़ेंगे ।इस स्काइलिफ्ट को यहां के नागरिकों ने देखकर छत्तीसगढ़ की अनोखी स्काइलिफ्ट की संज्ञा देने से नहीं चूक रहे हैं ।
नगर पंचायत पत्थलगांव के कांग्रेस के पार्षद सतीश अग्रवाल से जब हमारे संवाददाता ने बात की तो उनके द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा 30 तारीख के पी आई सी बैठक में स्काइलिफ्ट के लिए मंजूरी दी गई थी किंतु हमने आज तक इंजन फिटिंग गाड़ी में ही स्काई लिफ्ट देखा था किंतु नगर पंचायत में जो स्काइलिफ्ट भेजी गई है उपयोग हीन व खर्चीली साबित होगी इसके संबंध में हमारे द्वारा दो-चार दिनों में विस्तृत जानकारी लेकर कुछ कहा जा सकता है एवं इस तरह की बिना इंजन फिटिंग स्काइलिफ्ट हमारे द्वारा मंजूर नहीं की जावेगी ।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के सदस्य एवं पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष पवन अग्रवाल ने कहा कि इस तरह बिना इंजन फिटेड स्काइलिफ्ट नगर के लिए उपयोग हीन है और सप्ताह भर से कम समय में ही बन कर आई स्काइलिफ्ट की गुणवत्ता एवं उसके कीमत पर अपने आप ही प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। क्योंकि सरकारी प्रक्रिया में एवं गुणवत्ता वाले वाहनों में समय की कीमत काफी अहम रहती है इस तरह पहुंची स्काई लिफ्ट के संबंध में कलेक्टर जसपुर से बात की जावेगी एवं इस तरह के अनियमितता पर जांच की मांग की जावेगी।
नगर के समाजसेवी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मोहन यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नगर विकास के लिए किसी भी चीजों पर समझौता नहीं किया जावेगा बिना इंजन लगी हुई स्काई लिफ्ट मशीन नगर के लिए उपयोगहीन साबित होगी।
पत्थलगांव नगर पंचायत के सीएमओ जितेंद्र पटेल जब हमारे संवाददाता ने बात की तो उनके द्वारा बताया गया कि बिना इंजन के स्काइलिफ्ट को भेजा गया है जिसको पी आई सी में पास किया गया था हमने जब 4 दिनों में स्काइलिफ्ट के मौजूदगी की बात पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि 1 माह पूर्व ही इसके लिए एजेंडा में लाया गया था।
कुल मिलाकर पत्थलगांव नगर पंचायत में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है वही पार्षदों ने इस स्काइलिफ्ट को देखकर एक स्वर में कहा है कि बिना इंजन फिटिंग स्काइलिफ्ट कतई भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।