BJP को धराशायी करने के लिए बना रहे मजबूत हथियार
पटना
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर आक्रामक राजनीति करने का मूड बना लिया है। लालू यादव ने बुधवार को एक ट्वीट कर दो टूक अंदाज में कहा कि अगर जातीय जनणना नहीं हुई तो देश भर के पिछड़े-अतिपिछड़ों के साथ दलित और अल्पसंख्यक जनगणना का विरोध करेंगे। लालू यादव के इस ट्वीट से साफ हो चुका है कि वह इस मुद्दे के जरिए राष्ट्रीय स्तर पर नए सिरे से बीजेपी को घेरने की तैयारी कर चुके हैं।
लालू यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बुधवार को किए गए ट्वीट में लिखा गया, ‘अगर 2021 जनगणना में जातियों की गणना नहीं होगी तो बिहार के अलावा देश के सभी पिछड़े-अतिपिछड़ों के साथ दलित और अल्पसंख्यक भी गणना का बहिष्कार कर सकते है। जनगणना के जिन आँकड़ों से देश की बहुसंख्यक आबादी का भला नहीं होता हो तो फिर जानवरों की गणना वाले आँकड़ों का क्या हम अचार डालेंगे?’
जातीय जनणना पर लालू के साथ नीतीश
जातीय जनणना एक ऐसा मुद्दा है जिसपर बिहार की दो विरोधी पार्टियां जेडीयू और आरजेडी साथ हैं। इस मसले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुलकर लालू यादव का साथ दे रहे हैं। यहां तक कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की सलाह पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने यह मांग रखने के लिए वक्त मांगा है। सीएम नीतीश ने मंगलवार को कहा कि एक सप्ताह हो चुके हैं लेकिन पीएम की तरफ से मुलाकात का वक्त नहीं मिला है।