खाने के सामान से भरी गाड़ियों को भी मिजोरम नहीं जाने दे रहे असम के ग्रामीण
असम-मिजोरम सीमा विवाद पर दैनिक भास्कर की पहली रिपोर्ट में आपने दोनों राज्यों की सरहद पर स्थित कस्बे वैरेंगटे के मौजूदा हालात के बारे में पढ़ा। यहां दोनों राज्यों की पुलिस भारी हथियारों के साथ आमने-सामने है और हालात बेहद तनावपूर्ण हैं।
असम-मिजोरम आपस में 165 किमी का बॉर्डर साझा करते हैं। असम के तीन जिले कछार, हालाकांडी और करीमगंज मिजोरम की सीमा को छूते हैं। 26 जुलाई को दोनों राज्यों की पुलिस और आम लोगों के बीच संघर्ष तो असम के कछार जिले के लैलापुर इलाके में हुआ जो मिजोरम के वैरेंगटे से सटा हुआ है, लेकिन इसका असर हालाकांडी और करीमगंज बॉर्डर पर भी साफ नजर आता है।
हालाकांडी जिला मुख्यालय से कुचुतल गांव करीब 65 किमी दूर है। कुचुतल पहुंचने के दौरान हम देखते हैं कि हालाकांडी के ग्रामीण इतने गुस्से में हैं कि उन्होंने खुद ही मिजोरम जाने वाले रास्तों पर नाकाबंदी कर रखी है और एक भी गाड़ी को मिजोरम नहीं जाने दे रहे हैं। बात करने की कोशिश पर लोगों का एक ही जवाब आता है कि ‘असम के 6 जवान मारे गए हैं। जब तक मिजोरम माफी नहीं मांगेगा और हमारे सीएम से बात नहीं करेगा, तब तक हम गाड़ियों को बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ने देंगे।’